Saturday, July 27, 2024
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    Pm Modi: नरेंद्र मोदी का चाय बेचने से प्रधानमंत्री बनने तक का सफर,एक राज की बात जो शायद आपने नहीं सुना होगा |

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    नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)भारत के 15वें प्रधानमंत्री हैं जिनकी लोकप्रियता भारत के साथ-साथ विदेश में छाई हुई है, उन्होंने साल 2014 और 2019 के आम चुनाव में जीत हासिल की, ऐसा करने वाले भारत की पहली शख्सियत है, जो लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापस आए हैं । अब तीसरी बार का इंतजार है क्या होता है।प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने देश में विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। आईए जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm Narendra Modi) के प्रारंभिक जीवन शिक्षा और कैरियर के बारे में।

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    प्रारंभिक जीवन की अगर हम बात करें तो नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात राज्य के मेहसाणा जिले के एक छोटे से गांव बड़नगर में हुआ था। नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, उनके पिता एक सड़क व्यापारी थे ,और उनकी मां एक ग्रहणी थी ।नरेंद्र मोदी ने बचपन से ही परिवार का समर्थन करने के लिए अपने भाइयों के साथ मिलकर रेलवे स्टेशन और बस टर्मिनल में चाय बेची है। वैवाहिक जीवन की अगर हम बात करें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विवाह घांची समुदाय की परंपरा के मुताबिक 18 साल की उम्र में साल 1968 में यशोदाबेन चिमनलाल (Narendra Modi Wife) के साथ हुआ था ।सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)का अपनी पत्नी के साथ तलाक नहीं हुआ है, लेकिन फिर भी वे शादी के कुछ दिनों बाद ही एक दूसरे से अलग हो गए थे। यशोदाबेन (Yasodaben)गुजरात के सरकारी स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्य किया करती थी ।

    नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की शिक्षा एवं शुरुआती करियर के बारे में पढ़ते हैं, नरेंद्र मोदी(Narendra Modi)की शुरुआती शिक्षा (Narendra Modi education) बड़नगर के स्थानीय स्कूल से हुई है, उन्होंने वहां सन 1967 तक अपनी हायर सेकेंडरी की पढ़ाई की। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने साल 1978 में अपनी उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी और अहमदाबाद में गुजरात यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया जहां से उन्होंने कर्मचारी , पॉलिटिकल साइंस में स्नातक (BA) और स्नाकोत्तर (MA)किया है ।

    नरेंद्र मोदी राजनीतिक सफर (Narendra Modi Political journey)

    अब हम लोग नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)के राजनीतिक सफर को देखते हैं, कॉलेज की पढ़ाई के बाद नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए ,इसके बाद आरएसएस में शामिल होने के लिए अहमदाबाद गए थे । साल 1975 से 1977 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस (RSS) पर प्रतिबंध लगाया गया था। जिसके कारण नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)उस समय अंडरग्राउंड होने के लिए मजबूर थे, और गिरफ्तारी से बचने के लिए इमरजेंसी का विरोध करते हुए इन्होंने उस समय सरकार का विरोध करने के लिए पर्ची वितरित करने के साथ कई तरह के कार्य किया । इस बीच इनका संगठनआत्मक और लीडरशिप स्किल सामने आया। इसके बाद नरेंद्र मोदी राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में शामिल हुए, और इन्हें RSS में लेखन का काम सोपा गया था। 1986 में नरेंद्र मोदी ने बीजेपी में शामिल होने के बारे में सोचा , 1987 में नरेंद्र मोदी बीजेपी में शामिल हो गए और पहली बार इन्होंने अहमदाबाद नगर पालिका चुनाव जीतने में बीजेपी ( bjp) की मदद की और बीजेपी (bjp) की जीत मोदी का का अहम किरदार रहा।

    नरेंद्र मोदी गुजरात मुख्यमंत्री के रूप में (Narendra Modi  Gujarat cm)

    नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)ने पहली बार 2001 में विधानसभा चुनाव लड़ा और राजकोट में दो में से एक सीट जीती थी, 7 अक्टूबर 2001 को नरेंद्र मोदी(Narendra Modi)ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। इस चीज के बाद उन्होंने एक के बाद एक जीत अपने नाम की ।उन्होंने 24 फरवरी 2002 को राजकोट की द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए यूपी चुनाव जीता जहां उन्होंने कांग्रेसी नेता अश्विन मेहता को 14728 वोटो से हराया था ।

    नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनने का सफर (Narendra Modi PM journey)

    प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी(Narendra Modi)का अब तक का सफ़र देखते हैं, साल 2014 में आम चुनाव में जीत के बाद  26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण की और देश के 14 प्रधानमंत्री बने । इन्होंने अपने 14वें प्रधानमंत्री के दौरान भारत में कई विकास कार्य किया  ।इसके साथ ही विदेश यात्रा कर भारत के अन्य देशों के साथ संबंधों को मजबूत किया ।नरेंद्र मोदी ने विदेशी व्यवसायों को भारत में व्यवसाय करने के लिए प्रोत्साहित किया। जिसके लिए उन्होंने विभिन्न नियम परमिट और इंस्पेक्शन लागू किया जिससे व्यवसायों को एक नई ऊंचाई और गति मिल सके । नरेंद्र मोदी ने सामाजिक कल्याण कार्यक्रम पर कम खर्च किया और देश में लोगों के स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दिया। इसके लिए उन्होंने कई योजनाएं भी लागू की जैसे आयुष्मान भारत योजना और उन्होंने महिलाओं एवं बच्चों के लिए भी कई तरह की योजनाएं चलाईं ।नरेंद्र मोदी 2019 में एक बार फिर लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर भारत के 15वें प्रधानमंत्री बने। 2019 में नरेंद्र मोदी ने पूर्ण बहुमत के साथ 303 सीट जीती थी, जो कि भारत के इतिहास में पहली बार किसी नेता ने लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल की है ।

    लोकसभा चुनाव सर पर है (Election 2024)। अब इस बार 2024 में देखना है कि कमल का फूल खिलता है या गठबंधन की सरकार बनती है। दोनों तरफ की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है और इलेक्शन भी कई जगहों पर हो चुका है और कई जगह पर बाकी है।

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