पारसनाथ (Parasnath) जैन धर्म के लिए बेहद महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, यह झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह जिले (Giridih district) में मौजुद है, इस पर्वत की खूबसूरती की वजह से इसे गिरिडीह (Giridih) का हिमालय कहा जाता है, पारसनाथ जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ (Parshwanath) को समर्पित है, पारसनाथ में 20 तीर्थंकरों की मोक्ष की प्राप्ति हुई थी बता दे की उन 20 तीर्थंकरों के लिए यहां पर तुक बनी है.
पारसनाथ कहां स्थित है
पारसनाथ हिल (Parasnath Hill) झारखंड राज्य के गिरिडीह जिले (Giridih district) में मौजूद है, यह पहाड़ी मधुबन के घने जंगलों से घिरी हुई है, बता दे की पारसनाथ (Parasnath) झारखंड (Jharkhand) की सबसे ऊंची चोटी है, पारसनाथ (Parasnath) जैन धर्म की प्रमुख तीर्थ स्थल है यहां प्रायः देश-विदेश से लोग घूमने आते हैं.
पारसनाथ की चढ़ाई कितनी है
पारसनाथ (Parasnath) की ऊंचाई 1365 मीटर है, पारसनाथ (Parasnath) के मंदिर तक पहुंचने के लिए 10 किलोमीटर की यात्रा तय करनी पड़ती है.
पारसनाथ में कितनी सीढ़ियां है
पारसनाथ पहाड़ी (Parasnath Hills) पर लगभग 12000 सीढ़ियां बनवाई गई हैं, इसी मार्ग द्वारा पर्यटक पारसनाथ मंदिर (Parasnath Temple) जाकर जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ की दर्शन करते हैं.
पारसनाथ क्यों प्रसिद्ध है
पारसनाथ (Parasnath) में जैन धर्म के 20 तीर्थंकरों की मोक्ष की प्रति यही हुई थी, जैन धर्म के लिए पारसनाथ हिल (Parasnath Hill) बेहद महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है, बताया जाता है कि पारसनाथ मंदिर जैन धर्म की सबसे पुरानी मंदिरों में से एक है.