फरवरी महीने को प्रेम का महीना कहा जाता है। क्योंकि फरवरी माह लवर्स के लिए बहुत ही खास होता है। 7 फरवरी से वेलेंटाइन वीक का शुरुआत होता है जो 14 फरवरी तक चलता है। आज वेलेंटाइन वीक के चौथे दिन यानी टेडी डे (teddy day) है। पहले दिन 7 फरवरी को रोज डे, फिर चॉकलेट डे और फिर उसके ठीक अगले दिन यानी चौथे दिन टेडी डे (teddy day) मनाया जाता है। टेडी डे तो सभी मनाते हैं लेकिन क्या आपको पता है। क्यों मनाया जाता है टेडी डे? अगर आप जानना चाहते हैं टेडी डे मनाने के पीछे का इतिहास तो बन रहे आर्टिकल के अंत तक।
यह भी पढ़े:
- सावन महीने में स्वपन में सांप दिखे तो इसका क्या अर्थ होता है शुभ या अशुभ
- अनंत राधिका का हल्दी वीडियो हुआ वायरल , नीता अंबानी का अलग रूप
- BB Ott 3: सना मकबूल ने किया विशाल पढ़ने को किस , जानिए लवकेश कटारिया का रिएक्शन
- चीन के जैसा भारत के सोसल मीडिया इनफ्लुएंसर का अकाउंट होगा बैंड सभी हो जाएं सतर्क
- अब झारखंड सरकार देगी महिलाओं को 1000 रुपए महीना
टेडी डे (teddy day) प्यार और स्नेह जताने के लिए मनाया जाता है। टेडी डे (teddy day) के दिन प्रेमी एवं प्रेमिका एक दूसरे को टेडी गिफ्ट करते हैं टेडी खासकर प्रेमी प्रेमिका को देते हैं क्योंकि टेडी ज्यादा लोकप्रिय लड़कियों के बीच होता है।
टेडी डे (teddy day) मनाने के पीछे का इतिहास!
वैसे तो टेडी डे (teddy day) मनाने के पीछे कई कारण है लेकिन जो सबसे प्रचलित कारण है मैं उसे आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताऊंगा।
दरअसल 1902 में अमेरिका के राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट लुसियाना के सैर पर गए हुए थे। रास्ते में उन्हें एक घायल भालू मिला जो पेड़ से बंधा दर्द से छटपटा रहा था और अंतिम सांस ले रहा था भालू को तड़पता हुआ देख राष्ट्रपति को रहा नहीं गया तो उन्होंने अपने सैनिकों को उसे जान से मारने को कहा। इस पर सैनिक उनसे पूछे कि आप इसे मारना क्यों चाहते हैं। इसकी जान बचाने की बजाय जान से मारने क्यों कह रहे हैं इस पर राष्ट्रपति कहते हैं कि जब तक हम इसका उपचार करवाने इसे ले जाएंगे तब तक यह अपना दम तोड़ देगा इसलिए इसे जल्दी मार दो इसे तड़पता हुआ मुझसे देखा नहीं जा रहा है। राष्ट्रपति के कहने पर सैनिक तड़पता हुआ भालू को मार दिए जिसके बाद राष्ट्रपति की बहुत आलोचना हुई। जहां तड़पता भालू को सैनिकों ने मारा था उसी स्थान पर बेरीमेन नामक कार्टूनिस्ट ने ब्लैक भालू बनाकर मरे हुए भालू की श्रद्धांजलि दी इसके बाद उस कार्टूनिस्ट की काफी तारीफ हुई। दरअसल राजा के पेट का नाम टेडी था इसलिए उस भालू का नाम भी टेडी रखा गया इसके बाद से 10 फरवरी को टेडी डे (teddy day) मनाया जाने लगा।