फिल्म अश्वत्थामा: द सागा कंटिन्यूज में शाहिद महाभारत के अश्वत्थामा का किरदार निभाने वाले हैं यह पहली बार हो रहा है कि शाहिद किसी पौराणिक अभिनेता का किरदार निभाने जा रहे हैं। अपने इस फिल्म को लेकर शाहिद चर्चे में बने हुए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इस फिल्म के लिए पहले विक्की कौशल को चयन किया गया था लेकिन बाद में उनके जगह शहीद को चयन कर लिया गया।
विक्की कौशल निभाने वाले थे अश्वत्थामा का किरदार!
पहले इस फिल्म के लिए विकी कौशल को हीरो का किरदार निभाना था बता दें कि इसकी एक पोस्टर भी रिलीज किया गया था। लेकिन फिल्म के डायरेक्टर ने बाद में निर्णय लिया कि विकी कौशल की जगह शाहिद कपूर को कास्ट किया जाए शाहिद कपूर अश्वत्थामा: द सागा कंटिन्यूज में हीरो का किरदार निभाएंगे इसके लिए उन्होंने ट्रेनिंग लेना भी शुरू कर दिया है।
वासु भगनानी करेंगे प्रोड्यूस!
कुछ समय या खबर आई थी कि यह फिल्म नहीं बनेगी लेकिन अब यह फाइनल हो गया कि फिल्म बनाया जाएगा। इस फिल्म को वासु भगनानी प्रोड्यूस करेंगे, बता दें कि वासु भगनानी के प्रोडक्शन हाउस पूजा इंटरटेनमेंट के बैनर तले इस फिल्म को बनाया जाएगा।
शाहिद कपूर ने अपनी इंस्टाग्राम अकाउंट पर अनाउंसमेंट शेर की और लिखा कि, जब एक प्राचीन कथा आधुनिक चमत्कार से मिलेगी, तो मिथक और वास्तविकता धुंधली हो जाएगी और अतीत व वर्तमान टकराएंगे। यह ‘अश्वत्थामा: द सागा कंटीन्यूज’ अमर योद्धा की विशाल कहानी है, जिसे आप मिस नहीं कर सकते।’
इस प्रकार होगी फिल्म की कहानी!
अश्वत्थामा: द सागा कंटिन्यूज एक ऐसी कहानी है जिसमें दिखाया जाएगा की महाभारत के अश्वत्थामा अभी तक जीवित है और वह धरती पर ही रहता है। इसमें शाहिद कपूर अश्वत्थामा का किरदार निभाते नजर आएंगे ऐसा पहली बार होगा जब शाहिद किसी पौराणिक अभिनेता का किरदार निभाएंगे। इस फिल्म के लिए उन्होंने ट्रेनिंग लेनी भी शुरू कर दी है।
कौन है महाभारत के अश्वत्थामा? क्या अभी भी जीवित है अश्वत्थामा?
माना जाता है कि द्वापर युग के अश्वत्थामा अभी भी जीवित है और धरती पर मौजूद है। अश्वत्थामा गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र थे वे द्वापर युग के शक्तिशाली योद्धाओं में से एक थे। महाभारत युद्ध के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने गुरु द्रोणाचार्य के वध हेतु अफवाह फैला दिया कि अश्वत्थामा मारा गया जबकि उस समय अश्वत्थामा नाम का एक हाथी था और उस वक्त हाथी का ही वध हुआ था लेकिन गुरु द्रोणाचार्य को लगा कि उनके बेटे की मृत्यु हो गई जिससे वह विचलित हो गए हैं, जिसका फायदा उठाकर धृष्टद्युम्न ने उनका वध कर दिया। इसके बाद क्रोधित होकर अश्वत्थामा ने पांडवों को मारने का प्रयत्न किया उसी क्षण भगवान कृष्ण ने अश्वत्थामा को धरती पर जन्मों जन्मों तक भटकने का श्राप दे दिया तब से ही माना जाता है कि अश्वत्थामा अभी भी जीवित है।