कई बार लोग पीसीओडी और पीसीओएस समस्या को एक समान मानते हैं। लेकिन दोनों अलग-अलग प्रकार की समस्याएं हैं। पीसीओडी में अधिक बाल झड़ना , वजन बढ़ाना , अनियमित पीरियड्स आना लक्षण है जबकि पीसीओएस में अचानक वजन बढ़ाना , उल्टी आने जैसा अनुभव करना , अधिक वजन बढ़ाना आदि लक्षण होते हैं।
पीसीओएस का लक्षण!
अचानक वजन बढ़ाना।
वजन घटाने में कठिनाई होना
अनियमित पीरियड्स।
चेहरे एवं शरीर के अन्य हिस्से पर अधिक बाल आना।
मूड स्विंग होना।
डिप्रेशन या एंजाइटी।
बिना शारीरिक श्रम किए थकान महसूस करना।
चेहरे पर मुंहासे आना एवं चेहरा ऑइली हो जाना।
पीसीओएस का उपचार!
ज्यादातर फाइबर युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए जैसे हरी सब्जी गोटा अनाज आदि।
दिनचर्या में व्यायाम ऐड करना चाहिए ध्यान और प्राणायाम से पीसीओएस की समस्याएं दूर होती है।
डॉक्टर से चेकअप करवाने के बाद दवा लें।
इसमें नियमित आहार लेना चाहिए।
पीसीओडी का लक्षण
बिना किसी कारण का इरिटेशन होना।
अत्यधिक बाल झड़ना , बाल पतला होना।
अत्यधिक थकान महसूस करना उदास महसूस करना।
अक्सर उल्टी आने जैसा अनुभव करना।
भोजन करने के बाद सीने में जलन होना या फिर ऐसे सामान्य स्थिति में भी सीने में जलन होना।
पीसीओडी का उपचार!
अगर आप में पीसीओडी का पहचान हो जाता है तो आपको अच्छे डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
संतुलित आहार बहुत जरूरी होता है इसलिए संतुलित आहार लें।
अपने दिनचर्या में व्यायाम ऐड करें।
पर्याप्त नींद लें।
डॉक्टर की सलाह अनुसार ही दवा का सेवन करें।