Heera Mandi latest update: संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) हीरा मंडी बहुत पहले से बनाना चाहते थे और उनका यह सपना सच होने वाला है। संजय लीला भंसाली ने बताया था कि हीरा मंडी (Heera Mandi) की कहानी बनाने को लेकर उन्हें 14 साल पहले ख्याल आया लेकिन उन्होंने हिरा मंडी (Heera Mandi) बनाने का फैसला अब लिया। हाल ही में इसका गाना “सकल बन” (sakal ban) रिलीज किया गया था जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया। लोगों को बेसब्री से इस फिल्म का इंतजार था अब आखिरकार इंतजार खत्म हो गई है और रिलीज की तारीख घोषणा कर दी गई है।
जब से हीरामंडी का अनाउंसमेंट (Heera Mandi announcement) हुआ है तब से लोगों को इसका बेसब्री से इंतजार है हीरा मंडी देखने के लिए फैंस काफी एक्साइटेड हैं। इस फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha), मनीषा कोइराला (Manisha Koirala), रिचा चड्ढा (Richa Chadda), और शरमीन सहगल (sharmeen sahgal) जैसे कई दिग्गज कलाकार अपने अभिनय से लोगों को एंटरटेन करवाने वाले हैं।
जल्द ही रिलीज होगी हीरा मंडी!
Heera Mandi latest news: इस फिल्म के फर्स्ट लुक यूट्यूब पर कुछ दिन पहले ही रिलीज कर दी गई थी। फर्स्ट लोग देखते ही फंस पूरे सीरीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मुंबई के एक बड़े इवेंट में फिल्म का अनाउंसमेंट किया गया बता दे की हीरा मंडी (Heera Mandi) 1 मई 2024 को रिलीज होगी।
हीरा मंडी की कहानी (Heera Mandi story)!
दरअसल इस फिल्म में तवायफों की कहानी दिखाई जाएगी जो देश की आजादी के इर्द-गिर्द की है। यह कहानी भारत की नहीं बल्कि पाकिस्तान की है। इस फिल्म के माध्यम से संजय लीला भंसाली भारत पाकिस्तान (Bharat Pakistan) विभाजन से पूर्व हीरा मंडी के रेड लाइट जिले में तवायफों की जीवनी को दिखाने वाले हैं। भारत-पाकिस्तान (Bharat Pakistan) विभाजन से पूर्व लाहौर के हिरा मंडी मोहल्ले में तवायफ अपनी जंग चल रही थी, हीरा मंडी पीरियड ड्रामा की कहानी उन तवायफ के जीवनी को दर्शाती है।
क्यों कहा जाता है हीरामंडी (Heera Mandi)!
कई लोगों को हीरा मंडी (Heera Mandi) का नाम सुनकर लगता है कि हीरा मंडी में हीरों की खान होगी अगर आपको भी यही लगता है कि हीरा मंडी में हीरों की खान होगी तो आप गलत है। दरअसल सिखों के महाराजा रणजीत सिंह के एक मंत्री का नाम ही हीरा सिंह था उन्हीं के नाम पर इस जगह का नाम हीरा मंडी पड़ा। हीरा सिंह ने हीरा मंडी को अनाज रखने के लिए बनवाया था बाद में यहां तवायफ रहने लगी थी।