एक समय ऐसा था जब विपक्ष दल के नेता का समर्थन बेझिझक किया जाता था। मैं बात कर रही हूं राजीव गांधी की महानता की जिन्होंने अटल बिहारी वाजपेई को मौत के मुंह से निकला था इस बात को भाजपा भी नहीं नकार सकता कि अटल बिहारी वाजपेई को राजीव गांधी ने बचाया था। बताया जाता है कि अटल बिहारी वाजपेई राजीव गांधी को अपना छोटा भाई मानते थे और राजीव गांधी ने भी छोटे भाई होने का दायित्व बखूबी निभाया।
अटल बिहारी वाजपेई जी की एक वीडियो सोशल मीडिया पर छाई हुई है जिसमें अटल बिहारी वाजपेई राजीव गांधी की सराहना करते एवं आभार प्रकट करते नजर आ रहे हैं।
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इस प्रकार राजीव गांधी ने बचाई थी उनकी जान
उस वीडियो में अटल बिहारी वाजपेई यह कहते नजर आ रहे हैं कि उनकी किडनी खराब हो गई थी इसलिए डॉक्टर ने उन्हें अमेरिका जाने की सलाह दी थी। इस बात की खबर किसी तरह राजीव गांधी को मिली इसके बाद राजीव गांधी ने अटल बिहारी वाजपेई को बुलाया और संयुक्त राष्ट्र जाने वाले प्रतिनिधित्व मंडल में शामिल करने का फैसला किया। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेई की लाज हुई और इलाज का सारा खर्चा राजीव गांधी ने उठाया था। अटल बिहारी वाजपेई बीमार थे यह बात बहुत कम लोग जानते थे कुछ ही लोग जानते थे कि वह गंभीर रूप से बीमार है।
राजीव गांधी ने जीते जी यह कभी नहीं बताया कि उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई को संयुक्त राष्ट्र जाने वाले प्रतिनिधित्व मॉडल में क्यों शामिल किया था हालांकि जब राजीव गांधी की मृत्यु हो गई तो अटल बिहारी वाजपेई ने श्रद्धांजलि देते हुए इसकी जानकारी दी थी।
अटल बिहारी बाजपेई (Atal Bihari Vajpayee)
अटल बिहारी वाजपेई भले ही इस दुनिया में नहीं है लेकिन उनके कार्य की सराहना हमेशा की जाएगी। अटल बिहारी वाजपेई भारत के सफल प्रधानमंत्री, मार्मिक साहित्यकार, अच्छे वक्ता और एक अच्छे इंसान थे यही वजह है कि आज भी भारत में उनका नाम अमर है।
राजीव गांधी (Rajiv Gandhi)
राजीव गांधी भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे उनके कार्य की सराहना हर एक भारतीय करता है। इन्होंने देश के लिए जो बलिदान दिया है उसे भारत हमेशा याद रखेगी। राजीव गांधी 21 मई 1991 को तमिल नाडु में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे जिस दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी।