आजकल रेव पार्टियों Rave party में सांपों एवं बिच्छुओं का जहर इस्तेमाल करने का ट्रेंड चला है। लोग सांप एवं बिच्छू के जहर को नशे के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। क्या आपने कभी यह सोचा है कि सांप के जहर क्यों इस्तेमाल किया जा रहा है? सांप के जहर तो इतने जहरीले होते हैं कि इंसान की जाने जा सकती है लेकिन फिर भी सांप का जहर क्यों इस्तेमाल किया जाता है?
वैसे तो रेव पार्टियों में सांप के जहर इस्तेमाल करने की ट्रेंड कुछ समय पहले से ही चल रहा है। लेकिन जब से एल्विस यादव (Elvis Yadav) पर सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में केस हुआ है तब से लोगों में सांपों के जहर के बारे में जानने की उत्सुकता बढ़ी है कि आखिर रेप पार्टियों में सांपों का जहर क्यों इस्तेमाल किया जाता है।
सांप के जहर का क्या इस्तेमाल क्यों की जाती है?
लोगों के मन में यही सवाल उठ रहा है कि आखिर सांपों के जहर का इस्तेमाल क्यों की जाती है? जानकारी के लिए बता दें कि सांपों का जहर का इस्तेमाल मुख्य रूप से नशे के लिए की जाती है। जब सांप का जहर इंसान के शरीर में जाता है तो सांप का जहर सेरोटोनिन, ब्रैडीकाइनिन एवं अन्य तरह की पदार्थ जैसे रसायन छोड़ता है जिससे इंसान को नींद एवं शांति महसूस हो सकती है।
सांप के जहर की नशा क्या होती है?
आजकल मनोरंजन के तौर पर सांप बिच्छू जैसे जहरीले जानवरों का जहर इस्तेमाल किया जा रहा है। सांपों के जहर का इस्तेमाल मुख्य रूप से नशे के लिए की जाती है यह अल्कोहल की तरह ज्यादा नशा उत्पन्न नहीं कराता। जानकारी के लिए बता दें कि सांपों के जहर का इंसान पर 6 से 7 दिनों तक असर रहता है।
सांप का जहर कितना महंगा होता है?
यह तो सभी जानते हैं कि सांप का जहर बेहद जहरीला पदार्थ है फिर भी लोग नशे के लिए सांप के जहर का इस्तेमाल करते हैं। सांप (snake) जहरीला के साथ-साथ अत्यधिक महंगा भी होता है। आपको जानकर हैरानी हो रही होगी कि इसका कीमत सोने से भी ज्यादा होती है। दुर्लभ प्रजाति की सांप एवं डिमांड वाले सांपों की कीमत 2 से 3 करोड रुपए होती है।