जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला थमने का नाम ही नहीं ले रहा आए दिन जम्मू कश्मीर में मुठभेड़ या आतंकी हमले की खबर सुनने को मिल रहे हैं, कभी सेना को निशाना बनाया जाता है तो कभी तीर्थ यात्रियों पर, जो की बेहद चिंतनीय विषय है, 16 जुलाई को फिर से अचानक आतंकियों ने सेना पर हमला बोल दिया जिसमें 4 जवान शहीद हो गए और एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई.
अब तक सात बड़े वारदातों को दिया गया अंजाम
पिछले 1 महीना में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने कई अपराधों को अंजाम दिया है कभी तीर्थ यात्रियों पर हमला बोला तो कभी सेना के वाहनों को निशाना बनाया
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बता दे कि पिछले 1 महीने में सात बड़े हमले हो चुके हैं.
सबसे पहले 6 जुलाई को कुलगाम में एनकाउंटर के दौरान दो जवान शहीद हुए थे, इसके बाद 7 जुलाई को सेना के शिविर पर गोलीबारी की गई थी जिस दौरान कई जवान घायल हो गए थे, 8 जुलाई को सेना के जवान को टारगेट किया गया जिसमें पांच जवान शहीद हो गए, इसके बाद 9 जुलाई को तीर्थ यात्रियों के बस पर हमला बोला गया जिसमें 9 यात्री मारे गए जबकि अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए बता दे कि उस दिन देश में शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था, 10 जुलाई को भी आतंकवादियों ने घुसपैठ की कोशिश की लेकिन वे नाकामयाब रहे, 11 जुलाई को जम्मू कश्मीर के कठुआ गांव में आतंकवादी एवं पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई जिसके बाद उस गांव में ऑपरेशन शुरू किया गया जिस दौरान सीआरपीएफ के एक जवान शहीद हो गया,16 जुलाई को आतंकवादियों एवं सुरक्षा बलों के साथ फिर से मुठभेड़ हुई जिसमें चार जवान शहीद हो गए वही एक पुलिसकर्मी की भी मौत हो गई.