सितंबर 2024 में त्यौहार का संपूर्ण विवरण आपको यहां मिल रहा है जानिए कब है हरितालिका तीज , गणेश चतुर्थी ,ऋषि पंचमी के साथ सितंबर माह के सभी त्यौहार का डेट।
6 सितंबर 2024 (हरितालिका तीज)
हरितालिका तीज अखंड सौभाग्य , पति के लंबी उम्र के लिए किया जाता है , कुंवारी लड़कियां भी हरितालिका तीज का व्रत पसंदीदा वर पाने के लिए रखती हैं , माता पार्वती भी इस उत्तम व्रत को किया था फलस्वरूप उन्हें शिव शंकर मिले।
हरितालिका तीज व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखने का विधान है 2024 में हरितालिका तीज 6 सितंबर (शुक्रवार) को है।
7 सितंबर 2024 (गणेश चतुर्थी)
गणेश चतुर्थी सुख , समृद्धि और बुद्धि के लिए किया जाता है क्योंकि भगवान गणेश सुख ,समृद्धि और बुद्धि के दाता माने जाते हैं।
गणेश चतुर्दशी भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है , इस व्रत को भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है , चतुर्थी तिथि से उत्सव की शुरुआत होती है और समाप्ति उसके 10 दिन बाद।
2024 में गणेश चतुर्थी 7 सितंबर (शनिवार) को मनाया जाएगा और 17 सितंबर को इनकी मूर्ति विसर्जन होगी , गणेश चतुर्थी पूजन का मध्याह्न काल सर्वोत्तम है।
8 सितंबर 2024 (ऋषि पंचमी)
8 सितंबर 2024 दिन रविवार को ऋषि पंचमी का व्रत है , यह व्रत बेहद खास होता है उन महिलाओं के लिए जो पीरियड के दिनों में कुछ गलती कर देती हैं उससे मुक्ति पाने के लिए इस व्रत को किया जाता है , ऋषि पंचमी में सप्त ऋषियों की पूजा करने का नियम है।
11 सितंबर 2024 (राधा अष्टमी , महालक्ष्मी व्रत का प्रारंभ)
राधा अष्टमी उत्तम व्रत में से एक व्रत माना जाता है , कृष्ण जन्माष्टमी का पूरा फल तभी प्राप्त होता है जब आप राधा अष्टमी का व्रत करते हैं , राधा अष्टमी में माता राधा की पूजा होती है इससे जीवन सुखमय और शांतिपूर्ण होता है।
2024 में राधा अष्टमी 11 सितंबर दिन बुधवार को है , इसी दिन से महालक्ष्मी का व्रत भी शुरू हो रहा है।
17 सितंबर 2024 (अनंत चतुर्थी , विश्वकर्मा पूजा , गणेश विसर्जन और पितृपक्ष)
इस साल 17 सितंबर भक्तो के लिए बड़ा स्पेशल क्योंकि एक साथ कई पूजा है ।
अनंत पूजा – अनंत पूजा भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया जाता है ,अनंत पूजा में भगवान विष्णु , माता यमुना और शेषनाग की पूजा होती है पूजा के बाद अनंत सूत्र बांधा जाता है , इसे करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है।
2024 में अनंत पूजा 17 सितंबर को है अनंत चतुर्दशी अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है।
विश्वकर्मा पूजा – विश्वकर्मा भगवान एक अद्भुत वास्तुकार हैं विश्वकर्मा भगवान के लिए भारत में विश्वकर्मा पूजा की जाती है विश्वकर्मा पूजा प्रत्येक वर्ष 17 सितंबर को ही मनाया जाता है।
गणेश विसर्जन – 17 सितंबर को गणेश विसर्जन होगा क्योंकि इसी दिन गणेश उत्सव का समापन हो रहा है , भक्तों का मानना है कि विसर्जन के साथ भगवान उनके जीवन से सभी दुख और कष्टों को हर लेते हैं।
पितृ पक्ष की शुरुआत भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से शुरू होकर आश्विन मास की अमावस्या पर समाप्त होती है , इस वर्ष 17 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत होगी वही 2 अक्टूबर 2024 को पितृ पक्ष की समाप्ति होगी।
18 सितंबर 2024 (भाद्रपद पूर्णिमा )
18 सितंबर 2024 दिन बुधवार को चंद्र ग्रहण लगने वाली है क्योंकि इसी दिन भाद्रपद पूर्णिमा है।
25 सितंबर 2024 (जीवित पुत्रिका व्रत)
जीवित पुत्रिका व्रत संतान के सुखों व दीर्घायु के लिए किया जाता है , जीवित पुत्रिका व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है इस वर्ष यह तिथि 25 सितंबर को है अर्थात जीवित पुत्रिका व्रत 25 सितंबर को होगी इसे जितिया के नाम से भी जाना जाता है।