इसमें कोई दो राय नहीं है कि कांग्रेस को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव [Akhilesh Yadav]ने उत्तर प्रदेश में जीत दिलाई चुकी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के चुनाव का कोई आधार नहीं रह गया था, उन्होंने जिस तरह से चुनावी प्रचार की, गठबंधन में सीट शेयरिंग की, प्रत्याशियों का चयन किया इसका प्रमाण उत्तर प्रदेश में देखने को मिली अर्थात इनके परिपक्वता की वजह से ही इतनी सीटें मिली, बताया जा रहा है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव[Akhilesh Yadav] अब दिल्ली से राजनीति करने की तैयारी कर रहे हैं.
विधायक पद से दे सकते हैं इस्तीफा
सपा पार्टी और कांग्रेस पार्टी को जिस तरह से अखिलेश यादव [Akhilesh Yadav] ने विजय दिलाया वह सराहनीय है, अब अखिलेश यादव [Akhilesh Yadav] केंद्र में जाकर राजनीति करना चाहते हैं, बताया जा रहा है कि वह करहल से विधायक पद की इस्तीफा देने का मन बना लिए है और अब दिल्ली से राजनीति करना चाहते हैं.
शुक्रवार को सांसदों की बैठक हुई थी जिस दौरान अखिलेश यादव [Akhilesh Yadav] को सपा के संसदीय दल के नेता चुने जाने के संकेत मिले थे, वे लोकसभा चुनाव में कन्नौज से सांसद चुने गए हैं इस बार उत्तर प्रदेश में 37 सीटों पर इनकी विजय हुई, अब अखिलेश ने केंद्र में राजनीति करने के लिए दिल्ली जाने की इशारा कर दिया है.
राहुल से ज्यादा मिल रहा सम्मान
इस बात से भी नहीं मुकरा जा सकता कि राहुल गांधी से ज्यादा सम्मान अखिलेश यादव को दिया जा रहा है, लोकसभा 2024 के परिणाम आने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव [Akhilesh Yadav] काफी चर्चे में है और उनकी प्रतिष्ठा और भी बढ़ गई है, ममता बनर्जी ने अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को राहुल गांधी के बजाय अखिलेश यादव से बात करने को कहा यहाँ तक की उद्धव ठाकरे ने भी अपने दूत को अखिलेश यादव से बात करने को कहा.